जुलाई से सरकारी कर्मचारियों की सैलेरी में होगा इजाफा, मिल सकता है बढ़ा हुआ HRA

0
7वां वेतन
फाइल फोटो

सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को 34 संशोधनों के साथ मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में सातवें वेतन आयोग (7th pay commission) से संबंधित भत्तों में संसोधन को स्वीकार कर लिया गया है। भत्तों में किए गए संशोधन पर कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद अब 48 लाख सरकारी कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा। सरकारी कर्मचारी 1 जुलाई से बढ़े हुए एचआरए (HRA) की उम्मीद कर रहे हैं। खबर के मुताबिक कर्मचारियों को जुलाई महीने से 106 पर्सेंट से 157 प्रतिशत की सीमा में बढ़ा हुआ एचआरए मिलना शुरू हो जाएगा। 28 जून को हुई केंद्रीय कैबिनट की बैठक में 7वें वेतन आयोग को 34 सिफारिशों को मंजूरी दे दी गई थी।

इसे भी पढ़िए :  7वां वेतन आयोग: कमेटी गठन के बाद टली केन्द्रीय कर्मचारियों की हड़ताल

 

 

आपको बता दें कि केंद्र ने नए बेसिक पे का 24%, 16% और 8% बतौर एचआरए देने का फैसला किया है। शहर के आधार पर एचआरए का प्रतिशत तय किया जाएगा। चूंकि न्‍यूनतम वेतन 18,000 रुपए है इसलिए शहर के आधार पर कम से कम 5400, 3600 और 1800 रुपए से कम एचआरए नहीं मिलेगा। इससे करीब 7.5 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। हालांकि केंद्रीय कर्मचारियों की मांग थी कि 30%, 24% और 16% एचआरए दिया जाए। पीएम मोदी के तीन दिवसीय विदेश यात्रा से लौटने के बाद यह मीटिंग रखी गई थी। सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को 34 संशोधनों के साथ मंजूरी दी है। उन्‍होंने कहा, जो पे कमीशन के सुझाव थे कर्मचारियों के पक्ष में, उनको स्‍वीकार करके उनमें सुधार किया गया।

इसे भी पढ़िए :  सुषमा स्वराज के खिलाफ आज विशेषाधिकार प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष

 

 

वर्तमान में एक्स कैटेगरी वालों (जिस शहर की आबादी 50 लाख या उससे अधिक है) को 30 प्रतिशत एचआरए मिलता है। वहीं वाई कैटेगरी वालों को 20 प्रतिशत एचआरए है, वाई कैटेगरी में वह शहर आते हैं, जहां की आबादी 5 से लेकर 50 तक है। इसी तरह सबसे कम एचआरए 10 प्रतिशत, जेड कैटेगरी वालों को मिलता है। जहां 5 लाख से कम जनसंख्या निवास करती है। कैबिनेट मीटिंग के बाद हुई प्रेस ब्रीफिंग में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि संसोधन 27 अप्रैल को सीओए द्वारा दिए गए सुझावों पर आधारित है। 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों की स्क्रीनिंग के लिए सचिवों के अधिकार प्राप्त समिति का गठन किया गया है।

इसे भी पढ़िए :  योगी ने संसद में कहा ‘यूपी में बहुत कुछ बंद होने जा रहा है’