गाजियाबाद : आवास विकास परिषद में 30 जून तक विभागीय स्तर पर लंबे समय से तैनात रहे अफसरों के ट्रांसफर किए जा चुके हैं, लेकिन अब भी कई अफसर यहां से रिलीव नहीं हुए हैं। ये अफसर अपने ट्रांसफर रुकवाने के लिए हाउसिंग कमिश्नर से मुलाकात कर रहे हैं और उनसे अजब-गजब बहाने बनाकर ट्रांसफर रुकवाने के लिए गुहार लगा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए अफसरों ने मेडिकल ग्राउंड का सबसे अधिक सहारा लेते हुए अजीबो गरीब कारण बताएं हैं। वसुंधरा सर्कल में तैनात एक असिस्टेंट इंजीनियर ने ट्रांसफर रुकवाने के लिए अर्जी में लिखा है ‘मेरी बीबी बीमारी के चलते आंटा नहीं गूंथ पाती है, इसलिए मेरा ट्रांसफर रोक दिया जाए। अब मेरी सर्विस को भी डेढ़ साल ही बचे हैं।’
कमिश्नर की तरफ से ट्रांसफर में अभी तक किसी को रियायत नहीं दी गई है। इसके अलावा कई आवेदनों में बीपी और शुगर की बीमारी की बात लिखी गई है। वहीं, नए कमिश्नर धीरज शाहू के मिजाज को देखते हुए राहत मिलने की उम्मीद न के बराबर है।