नागपुर:महाराष्ट्र में लासूर से औरंगाबाद जा रही ट्रेन में एक बच्ची के जन्म के लिए रेलवे ने सारे नियम-कायदे बदल दिए। लेबर पेन होने पर ड्राइवर ने ट्रेन को ‘नॉन स्टॉप’ दौड़ाया और महज 45 मिनट में लासूर से औरंगाबाद पहुंचा दिया। बच्ची का जन्म ट्रेन में ही हो गया था, लेकिन दोनों की हालत खराब थी। ड्राइवर ने ट्रेन को क्रॉसिंग पर भी नहीं रोका। इस वजह से समय रहते महिला और उसके बच्चे को अस्पताल पहुंचाया जा सका।
दरअसल, शुक्रवार को अजंता एक्सप्रेस मनमाड से सिकंदराबाद जा रही थी। इसमें एक प्रेग्नेंट महिला भी घरवालों के साथ सवार थी। वह मनमाड़ से पूर्णा जा रही थी।उसका परिवार नाशिक जिले के सापुतारा में मजदूरी करता है। लासूर स्टेशन पर ट्रेन रात 10.10 बजे पहुंची। ट्रेन की जनरल कोच में सवार महिला को लेबर पेन शुरू हुआ।
तुरंत इसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को दी गई। वहां एंबुलेंस बुलाई गई, लेकिन इंतजाम नहीं हो पाए तो उन्होंने रेलवे के अफसरों से बात की। मामले की गंभीरता को समझाया। इसके बाद ट्रेन को ‘वन रन’ भेजने का फैसला किया गया। यानी ट्रेन क्रासिंग पर भी नहीं रुकी। बीच में उसका क्रासिंग नंदीग्राम एक्सप्रेस से था, जिसे कैंसल किया गया। अगर दोनों ट्रेनों का क्रासिंग होता तो करीब आधा घंटे तक ट्रेन लासूर स्टेशन पर ही खड़ी रहती। क्योंकि नंदी ग्राम एक्सप्रेस लेट चल रही थी।
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