नई दिल्ली। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान द्वारा इस वर्ष भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर कृष्णभक्तों को दिया गया ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दुनिया के तमाम देशों में फैल गया है। संस्थान के सचिव कपिल शर्मा को इन दिनों सोशल मीडिया पर प्रतिदिन सैकड़ों संदेश मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस देश में राम से पहले सीता और कृष्ण से पहले राधा का नाम लिया जाता है। वहां बेटियां को आज भी अभिशाप मानने तथा मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध जैसी बातों से भारत की सनातन संस्कृति की छवि धूमिल हो रही है। शर्मा ने बताया कि ऐसे में जब श्रीकृष्ण जन्मस्थान ने बेटियों को बचाने-बढ़ाने के संकल्प के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाने का निर्णय लिया तो सात समंदर पार तक इसकी बेहद सराहना हो रही है।
इसके लिए उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मस्थान से जुड़े देश-विदेश में फैले भगवान के अनुयायियों को सोशल मीडिया के माध्यम से एक अपील जारी कर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दिया तो मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों को प्रेरित करने के लिए कई स्थानों पर बैनर व पोस्टर लगवाकर यह संकल्प लेने की गुहार लगाई।
उन्होंने बताया कि स्थानीय भक्तों ने तो यह विचार बेहद पसंद किया, लेकिन अमेरिका, स्विटज़रलैण्ड, नार्वे, गुयाना, फिजी, मॉरिशस, सूरीनाम आदि देशों से सराहना भरे संदेश आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो की संस्था सोहा के चेयरमैन और कई देशों में भारतीय राजदूत रहे पं. मणिदेव प्रसाद ने भी बधाई संदेश भेजा है।