दरअसल घटना 22 फरवरी की है जब पूर्णिया जिले में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित जन वेदना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस रैली में मंत्री जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा लागू किए गए नोट बंदी की आलोचना कर रहे थे और इस फैसले से आम लोगों को भी परेशानी के बारे में जिक्र कर रहे थे। रैली में नोटबंदी को पूरी तरीके से फेल और गलत बताते हुए अब्दुल जलील मस्तान इतने उत्तेजित हो गए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डकैत कह दिया। मामला यही पर खत्म नहीं हुआ। मस्तान ने वहां मौजूद लोगों से कहा कि ऐसे प्रधान मंत्री को जूते मारने चाहिए। बस फिर क्या था, मंत्री जी का आदेश मिलते ही मंच पर एक कार्यकर्ता प्रधानमंत्री की तस्वीर को लेकर आ गया और उस पर जूते और चप्पलें चलाने लगा।
इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनसे इस घटना के लिए माफी मांगने के लिए कहा है। भाजपा में मंत्री के खिलाफ केस भी करने की धमकी दी है। भाजपा ने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया।