कैग ने अपनी रिपोर्ट जारी करते हुए कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने व्यय के मामले में राज्य की वित्त संहिता का उल्लंघन करते हुए वित्त वर्ष 2015-16 में 29 अनुदानों में 23,234 करोड़ रुपये यानी 42 प्रतिशत से अधिक की राशि चौथी तिमाही में खर्च की है। इन अनुदानों पर उसे कुल 54,660 करोड़ रुपये व्यय करने थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि आखिरी महीनों में बजट खर्च करने के मामले में लद्दाख मामलों का विभाग सबसे अलग दिखा।