तमिलनाडु के पलानी जिले में बछड़ों को ले जा रहे ट्रक को रोकने पर दो गुट आपस में भिड़ गए। मामला तूतू-मैंमैं से शुरू होकर मारपीट तक जा पहुंचा। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों गुटों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, सेंदलंकारा रामानुज जीयनर नाम का शख्स कुम्भाभिषेकम में हिस्सा लेने पोलाची से मन्नारगुर्दी जा रहा था। उसने पुधु-धरमपुर रोड पर एक मिनी वैन में पांच बछड़ों और दो बैलों को ले जाते हुए देखा। जीयर वैन को लेकर पलानी थाने पर आ गए और शिकायत दर्ज कराई कि बिना गाइडलाइंस का पालन किए बछड़ों को ले जाया जा रहा था। शिकायत में आरोप लगाया गया कि बछड़ों केा बिना खाना-पानी दिए वैन में बंद रखा गया था। शुरुआती जांच में सामने आया कि थेवनूर पुधूर का रहने वाला उदयकुमार बछड़ों को ले जा रहा था। पुलिस जब तक मुकदमे में कार्यवाही करती, कई मुस्लिम संगठनों के लोग थाने के बाहर इकट्ठा होकर बछड़े सीज किए जाने का विरोध करने लगे। उसी समय कुछ हिंदूवादी संगठनों के लोग भी वहां पहुंच गए। जैसे ही जीयर थाने से बाहर निकले, गुस्साई भीड़ के एक समूह ने उनकी गाड़ियों पर पत्थर फेंके। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। चार घायलों को पलानी के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।