रायपुर : मोदी सरकार का स्वच्छता अभियान 11 लोगों की जान का दुश्मन बन गया है। केंद्र सरकार की बहुचर्चित स्वच्छता अभियान छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के कांकेर में 11 सरपंचो ने लिए मुसीबत बन गई है। इन सरपंचों का कहना है अगर एक महीने के अंदर सरकार ने उनका भुगतान नहीं किया तो वो ख़ुदकुशी कर लेंगे। इन सरपंचों का कहना है कि उन्होंने तयशुदा समय पर काम को पूरा करने के दबाव में कर्ज लिया था और अब लोग कर्ज लौटाने के लिए धमकियां दे रहे हैं।
इन सरपंचों का कहना है कि सरकारी अधिकारियों ने उन्हें तय समय-सीमा पर काम पूरा करने का दबाव बनाया था जिसके लिए उन्होंने यह कहकर लोगों से कर्ज लिया था कि काम पूरा होने पर जब सरकार की ओर से फंड मिलेगा तो यह पैसा वापस कर दिया जायेगा। इन सरपंचों का कहना है कि इन गांवों को चार महीने पहले खुले में शौच मुक्त कर दिया गया है लेकिन कर्ज न लौटाने के कारण उनका बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
डोंगरकट्टा गांव के सरपंच का कहना है कि गांव को 7 अप्रैल को शौचालय मुक्त कर दिया गया है। प्रसाशन ने उन्हें कहा था कि हर घर में शैचालय होना आवश्यक है और कहा गया था कि उसके लिए सामान मुहैया करवा दिया जाए उन्हें पैसे जल्द मुहैया करवा दिया जायेगा। उनका कहना है कि उनके सिर पर 23 लाख का कर्ज है।