मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में चल रहे किसानों के उग्र आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में शांति कायम रखने के लिए अनशन पर बैठ गए हैं। इस सब के बीच विपक्ष लगातार सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की कोशिश में लगा है।
जिसको लेकर ओडिशा के भुवनेश्वर में केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का काफिले पर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अंडे फेंके साथ ही विरोध में कार्यकताओं ने उन्हें काले झंडे भी दिखाए। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
राधामोहन सिंह शनिवार को उड़ीसा के दौरे पर थे। राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में छह किसानों की मौत हो गई जिसके बाद किसानों के इस प्रदर्शन ने आंदोलन का रूप ले लिया। फिलहाल देश के कई राज्यों में किसान आंदोलन कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के मंदसौर में पुलिस की किसानों पर फायरिंग और मामले पर कृषि मंत्री के रुख को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्रीय कृषि मंत्री ने मंदसौर मामले पर संवेदनहीनता की हदें पार कर दी हैं। वो किसानों के दर्द को समझने में पूरी तरह से नाकाम हैं और राज्य की पुलिस किसानों पर ज्यादती कर रही है।
#WATCH Youth Congress workers hurled eggs at Union Minister Radha Mohan Singh’s vehicle near Odisha state Guest house, 5 detained. pic.twitter.com/2NjBz8isFg
— ANI (@ANI_news) June 10, 2017
गौरतलब है कि, बीजेपी शासित राज्य महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकार से नाराज किसानों का आंदोलन जारी है। वहीं दूसरी और केंद्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह योग करने में व्यस्त दिखे थे। सिंह ने योगगुरु बाबा रामदेव के तीन दिवसीय योग शिविर का पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय मोतिहारी में गुरुवार(8 जून) को उद्घाटन किया था।
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी स्मृति वर्ष के अवसर पर आयोजित इस शिविर का मोतिहारी के गांधी मैदान में उद्घाटन करते हुए राधामोहन ने योग का देश और दुनिया में प्रसार करने के बाबा रामदेव के प्रयास की सराहना की और कहा कि पीएम मोदी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र के 193 देशों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) पर योग अभ्यास किया था।
लेकिन किसानों के आंदोलन को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया था तो उनका जवाब था यहां योग आंदोलन चल रहा है। कृषि मंत्री के इस प्रतिक्रिया पर सोशल मीडिया पर लोग काफी नाराजगी व्यक्त की थी, जो कि आज सड़क पर भी देखने को मिला।
गौरतलब है कि, मध्यप्रदेश में फसलों के वाजिब दाम सहित अन्य मांगों को लेकर किसान आंदोलन की आग में झुलस रहा है। जहां एक तरफ मध्य प्रदेश में शांति कायम करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के दशहरा मैदान में शनिवार(10 जून) अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं। वहीं दूसरी और इसी आग में राज्य के कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने घी डालने वाला काम कर दिया है।