झारखंड के कोडरमा में 52 साल के एक दलित व्यक्ति की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई। मरने वाले शख्स की विधवा का आरोप है कि पुलिस ने उसकी पिटाई इसलिए की क्योंकि उसने दलित होकर एक उंची जाति वाले शख्स पर गुलाल फेंका था। मृतक का नाम प्रदीप चौधरी बताया जा रहा है। प्रदीप के घर वालों कहना है कि प्रदीप ने गांव के अन्य लोगों के साथ होली खेलने निकले थे। प्रदीप ने होली मिलने के मकसद से गांव के चौकीदार गांव के चौकीदार राजेंद्र यादव को गुलाल लगा दिया।
प्रदीप के गुलाल लगाते ही राजेंद्र यादव भड़क गया और उसे सबक सिखाने के लिए पुलिस को बुला लिया। बाद में पुलिस ने प्रदीप की इतनी पिटाई की कि वो अधमरा होकर गिर पड़ा। इसके वाद उसे अचेत अवस्था में ही पुलिस चौकी ले जाया गया।
प्रदीप की विधवा जाश्वा देवी का आरोप है कि वो लोग प्रदीप से मिलने के लिए सतबरवा पुलिस स्टेशन गए लेकिन वहां ऊन्हे प्रदीप से नहीं मिलने दिया गया। इतना ही नहीं थाने में प्रदीप के घर वालों के साथ गाली गलौज की गई और जाति वाचक शब्द कहे गए।
अगले दिन पुलिस वाले प्रदीप को उसके घर के बाहर फ़ेंक कर चले गए। घर के लोग उसे लेकर कोडरमा के सदर अस्पताल में गए, जहां से उसे रांची रेफ़र कर दिया गया। रांची जाते समय प्रदीप ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।