श्रीनगर। कश्मीर घाटी में मंगलवार को 18 दिनों के बाद कर्फ्यू में ढील के बाद सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच एक बार फिर हिंसक झड़पें हुई। दोनो पक्षों के बीच झड़पों में सुरक्षाकर्मियों सहित दर्जनों लोग घायल हो गए। कई इलाकों में लोग प्रदर्शन करने बाहर आए जिसके बाद कई इलाकों में फिर कर्फ्यू लगा दिया गया है । 18 दिन बाद श्रीनगर में कर्फ्यू में ढील दी गई थी, लेकिन इसके बाद कई जगह पर प्रदर्शनकारी सडक़ों पर निकल आए जिसके बाद ये हिंसक झड़पें होने लगी।
पुराने शहर में प्रदर्शनकारियों ने दो मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया। बता दें कि 18 दिनों के बाद श्रीनगर सहित कश्मीर घाटी के कई इलाकों में कर्फ्यू को हटा लिया गया है। कर्फ्यू हटने के बाद से सडक़ों पर रौनक लौट आई थी, लेकिन घाटी में फिर हुईं हिंसक झड़पों से जनजीवन ठप्प हो गया।
जानकारी के अनुसार ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से कर्फ्यू हटने के कुछ मिनटों के बाद पुराने शहर में हिंसक झड़पें हुई। पुराने शहर के नौहट्टा, राजौरीकदल इलाकों में लोग सडक़ों पर उतर आए और कश्मीर में नागरिक हत्याओं के खिलाफ रैली निकाली। कई इलाकों से गुजरने के बाद रैली जब खानयार पहुंची तो सुरक्षाबलों ने उनको रोक दिया जिसपर गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने उनपर पत्थराव शुरु कर दिया। सुरक्षाबलों ने आंसू गेस और पेलेट गन का इस्तेमाल किया। सफाकदल इलाके में भी प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों का अनुभव किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आजादी समर्थक और भारत विरोधी नारेबाजी की। वहीं प्रदर्शनकारियों को खदेडने के लिए सुरक्षाबलों ने कार्रवाई की।
इस दौरान मयसूमा इलाके में लोगों ने मस्जिदों से आजादी समर्थक गीतों को चलाया। पुराने शहर के कई इलाकों में हिंसक झड़पों में दर्जनों लोग घायल हो गए। घायलों में से कम से कम 7 लोगों को एस.एम.एच.एस. अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया जहां उनका उपचार चल रहा है। उधर, शहर के नवाब बाजार, छट्टाबल क्रॉसिंग और पुराने शहर की गलियों और सडक़ों को प्रदर्शनकारियों ने अवरुद्ध कर दिया है। बाबादेंब इलाके में रैली को खदेडने के लिए सुरक्षाबलों ने आंसू गेस का इस्तेमाल किया। शहर के नूरबाग, नवाकदल, नटीपुरा, रामबाग और छानापूरा में भी झड़पों की खबर है।
इससे पहले अलगाववादियों की ओर से आज 2 बजे से शाम तक हड़़ताल में ढील दिए जाने पर शहर के मौलाना आजाद रोड़ और रेजीडेंसी रोड पर जनजीवन पटरी पर लौटा और सडक़ों पर यातायात सामान्य रहा।
इससे पहले घाटी में 18 दिनों की अशांति के बाद आज अनंतनाग कस्बे को छोडक़र कश्मीर के सभी हिस्सों से कर्फ्यू हटा लिया गया। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हुए संघर्ष में 52 लोगों की मौत हो गई और 5500 से ज्यादा अन्य घायल हुए थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग शहर को छोडक़र आज कश्मीर के सभी हिस्सों से कफ्र्यू हटा लिया गया। जिले में कोई कफ्र्यू या लोगों की गतिविधियों पर रोक नहीं है।
हालांकिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के अन्य हिस्सों में चार या उससे अधिक लोगों के इक_ा होने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। मोबाइल टेलीफोन, मोबाइल इंटरनेट सेवा और ट्रेन सेवाएं 18वेंं दिन भी ठप रहीं, जबकि भारत संचार निगम लिमिटेड के पोस्ट पेड मोबाइल फोन पर घाटी में सीमित कॉल सेवा जारी है।् लेकिन इन पर मोबाइल इंटरनेट सेवा नहीं काम करेगी। अलगाववादी समूहों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण स्कूलए कॉलेज और अन्य शैक्षणिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे। विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई कर रहा अलगाववादी खेमा पहले ही अपराह्न दो बजे के बाद से हड़ताल में ढील की घोषणा कर चुका है।
जिला न्यायधीश श्रीनगर डा. फारूक एहमद लोन के अनुसार श्रीनगर जिले के किसी भी हिस्से में आज कोई पाबन्दी लागू नहीं होगी जबकि दक्षिण कश्मीर में अभी कर्फ्यू जारी है।