नोटबंदी से परेशान होकर एक पिता ने लगाई फांसी। 45 साल के महेश सोलंकी की बेटी आरती की शादी 12 दिसंबर को होनी थी। लेकिन नोटबंद होने के बाद वह बहुत परेशान थे, कि अपनी बेटी की शादी के लिए वह नए नोट कहा से लाए क्योकि कोई भी पुराने नोट लेने के लिए तैयार नहीं था, जिसके चलते वह रोज बैंक के चक्कर काट रहे थे। जिसके बाद भी उन्हें अपनी बेटी की शादी के लिए नए नोट नहीं मिल पाए। जिससे परेशान होकर महेश ने मंगलवार की सुबह पंखे से लटकर फांसी लगा ली।
जब उनके बेटे ने अपने पिता का शव पंखे से लटका हुआ देखा तब उसने जल्द से जल्द ऐंबुलेंस बुलाई लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक लोकल फैक्ट्री में काम करने वाले अजय ने पुलिस को बताया कि उसके पिता शादी के खर्चों को लेकर तनाव में थे और इसी वजह से उन्होंने आत्महत्या कर ली। अजय ने बताया, मेरे पिता ड्राइवर थे लेकिन दिल की बीमारी की वजह से उन्होंने 5 साल पहले ही काम छोड़ दिया। उन्होंने रिश्तेदारों से भी आर्थिक सहायता लेने की कोशिश की लेकिन सभी ने उन्हें पुराने 500 और 1000 के नोटों में रुपये देने की बात की। वह डिप्रेशन में चले गए थे।