जयपुर में सिटी पैलेस के पास चांदनी चौक में मंगलवार सुबह जमकर हंगामा हुआ। दरअसल यहां वेलकम टू लाहौर की शूटिंग चल रही थी और इसके लिए लाहौर के बाजार का सेट तैयार किया गया था।
चांदनी चौक को पाकिस्तान के प्रमुख शहर लाहौर और कराची के बाजार का लुक देने यहां उर्दू में लिखे बोर्ड एवं पोस्टर लगाए गए। इनकी वजह से यहां धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों के बोर्ड एवं कुछ जगह परिसर ढक गए। मौके पर मौजूद लोगों ने फिल्म यूनिट के कर्ताधर्ताओं से शिकायत की तो उन्होंने अनसुना कर दिया।
इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और हंगामा शुरु हो गया। धरोहर बचाओ समिति से जुड़े लोग भी मौके पर पहुंच गए और विरोध करने लगे। लोगों ने यहां विवादास्पद बोर्ड और बैनरों को हटा दिया और तोड़फोड़ कर दी। जमकर नारेबाजी की। पुलिस भी मौके पर पहुंची और विरोध कर रहे लोगों को वहां से हटाया। बाद में शूटिंग बंद करा दी।
भारत शर्मा ने बताया कि फिल्म की शूटिंग हो, कोई दिक्कत नहीं, इसके लिए सेट्स बनाए जा सकते हैं, लेकिन हमारे मंदिर और हेरिटेल भवनों पर पाकिस्तान का गुणगान कोई पसंद नहीं करेगा। जबकि पाकिस्तान लगातार हमें आंखें दिखा रहा है, बॉर्डर पर तनाव बिखेर रहा है। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान की ऐसी शूटिंग की अनुमति दी ही क्यों जानी चाहिए।
फिल्म के लिए मंदिर के चार दरवाजों में से एक दरवाजे पर वेलकम टू लाहौर का बोर्ड लगाया गया था। इसके अलावा कई दुकानों पर पाकिस्तानी शहरों के नाम पर दुकानों का नाम रखा गया थी। फिल्म की शूटिंग के लिए सुबह ही आनंद कृष्ण बिहारी जी मंदिर व संगीत संस्थान के बीच उर्दू में लिखे बोर्ड लगाए गए थे। इसी पर आपत्ती दर्ज कराते हुए धरोहर बचाओ समिति ने कहा कि गुलाबी नगरी में फिल्म शूटिंग से उनको कोई परेशानी नहीं है। लेकिन अगर जयपुर के मंदिरों का इस्तेमाल कोई भी पाकिस्तान के नामों के लिए करेगा तो उसका यही अंजाम होगा।
इस मामले पर पुलिस का कहना है कि शूटिंग की इजाजत ली गई थी और एड फिल्म की शूटिंग यूनिट ने खत्म कर ली थी। इसके बाद ही कुछ लोगों ने बैनर-पोस्ट फाड़े थे। दोनों ही तरफ से किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं दी गई है। यदि इस मामले में कोई तहरीर मिलती है, तो आरोपी पक्ष पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
अगले स्लाइड में देखिए – फिल्म के सेट पर तोड़फोड़ और हंगामे की तस्वीरें