मणिपुर में बेकाबू हिंसा से चिंतित गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य की इबोबी सिंह सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मणिपुर सरकार अपने संवैधानिक कर्तव्यों को निभाने में बुरी तरह असफल साबित हुई।
मणिपुर को जोड़ने वाले एक राजमार्ग की लंबे समय से नाकेबंदी को लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य सरकार को उसके संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन करने में असफल रहने के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है।
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को इसीलिए भी आड़े हाथों लिया कि वे यातायात का सुचारू रूप से चलाने में असफल रहे। राजनाथ सिंह ने इसके साथ ही नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग से भी कहा कि वह यह सुनिश्चित करें कि उनके राज्य से गुजरने वाले वाहनों के आने-जाने में कोई दिक्कत न हो, क्योंकि ऐसी खबरें हैं कि नगा छात्रसंघ ने नगालैंड में वाहनों की नाकेबंदी का आह्वान किया है।
इबोबी को दिए कड़े संदेश में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजमार्ग-दो की निरंतर नाकेबंदी से हालात चिंताजनक हो गई है। इस कारण मणिपुर में आवश्यक और अन्य वस्तुओं की भारी कमी हो गई है। वहां कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने कहा, ‘केंद्र के बार-बार निवेदन तथा स्थानीय बलों की मदद को केंद्रीय बल उपलब्ध कराने के बावजूद राज्य सरकार राजमार्ग-दो को खुलवाने में असफल रही है। कानून-व्यवस्था और आवश्यक आपूर्ति को बनाए रखना राज्य सरकार का संवैधानिक दायित्व है।’
गौरतलब है कि मणिपुर में यूनाइटेड नगा काउंसिल की ओर से आर्थिक नाकाबंदी की गई है। बीते करीब 53 दिनों से यहां नाकेबंदी है। इसकी वजह से यहां का आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज़्यादा असर मेडिकल सुविधाओं पर पड़ा है। अस्पतालों में बुरा हाल है। यहां इमरजेंसी सेवाएं ठप हो गई हैं। अस्पतालों में ऑक्सीज़न के सिलेंडर और जीवन रक्षक दवाइयों की कमी है, जिससे मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे पहले यहां हिंसा हुई थी और उसके बाद यहां कर्फ़्यू लगा दिया गया था।
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