गुजरात सरकार पाटीदार आंदोलन से जुड़े 90 फीसदी मामले लेगी वापस

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दिल्ली
गुजरात सरकार ने आज कहा कि पिछले साल पटेलों के वास्ते ओबीसी आरक्षण के लिए राज्य में हार्दिक पटेल की अगुवाई में हुए आंदोलन के दौरान पाटीदार समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों में 90 फीसदी मामले वह वापस लेगी।

एक सरकारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की अगुवाई में एक समीक्षा समिति ने इस मामले पर सहानुभूतिपूर्वक चर्चा करने के लिए 29 जुलाई को एक बैठक की थी क्योंकि पटेलों ने उनसे मामले वापस लिये जाने के लिए बार बार अपील की थी।

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बयान कहता है, ‘‘चर्चा के बाद आनंदीबेन ने आरक्षण आंदोलन के सिलसिले में पाटीदार समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज करीब 90 फीसदी मामले वापस लेने का फैसला किया है। ’’ सरकार ने पहले 155 मामले वापस लेने का आदेश दिया था। पिछले शुक्रवार को बैठक में आनंदीबेन ने और 54 मामले वापस लेने का आदेश दिया। उन्होंने राज्य के गृह विभाग को और 182 मामले यथाशीघ्र वापस लेने के वास्ते जरूरी कदम उठाने को भी कहा।

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इसी के साथ, पाटीदार समुदाय के सदस्यों के खिलाफ कुल 438 में से 391 मामले यानी करीब 90 फीसदी मामले वापस ले लिये जायंेगे।

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पिछले साल 25 अगस्त को पाटीदार समुदाय के सदस्यों का एक विशाल सभा हिंसा में बदल गयी थी। इस हिंसा के सिलसिले में जो लोग गिरफ्तार किए गए, उनमें पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल भी थे। हाल ही में उन्हें जमानत मिली।