नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम के बाद गुजरात राज्यसभा चुनाव के लिए तैयार है जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव और प्रभावशाली नेता अहमद पटेल समेत अन्य के भविष्य का फैसला होना है। गुजरात राज्यसभा चुनाव कांग्रेस-बीजेपी के लिए हार-जीत की लड़ाई से ज्यादा अमित शाह और अहमद पटेल की प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है। अमित शाह पहली बार राज्यसभा पहुंचने के लिए तैयार हैं तो वहीं गुजरात में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल पांचवीं बार राज्यसभा जाने के लिए तमाम तरह की कोशिशों में जुटे हैं।
शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर पटेल की मुश्किलें बढ़ा दी है। तो वहीं बीजेपी-कांग्रेस के पूर्व नेता शंकर सिंह वाघेला ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। ऐसे में सभी की नजर वाघेला गुट के विधायकों पर है।