जिंदा पत्नी को चिता पर रखकर जला दिया !

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रिकार्ड के मुताबिक रचना का शव 25 फरवरी की रात 1.27 बजे पति को सौंपा गया था। कुछ दोस्तों के साथ देव कार से उसे गांव लाया। तड़के चिता सजी। तब तक आठ घंटे बीत चुके थे।सूत्र बताते हैं कि पोस्टमार्टम के दौरान रचना के फेफड़े व श्वांस नली पर कुछ जले हुए कण चिपके मिले थे। ऐसा तभी होता है, जबकि कोई व्यक्ति अचेत अवस्था में जिंदा जलाया जाए। डॉक्टरों का कहना है कि सांस के साथ ही जले हुए बारीक कण फेफड़े तक जा सकते हैं। मुर्दा होने पर ऐसे कण फेफड़े तक नहीं पहुंच सकते। पोस्टमार्टम पैनल के डॉक्टरों ने यही कण देखकर रचना के जिंदा जलने की बात की पुष्टि अपनी रिपोर्ट में की है।

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