पिछले साल आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी बलिदान खाली नहीं जाएगा तथा पूरा समाज सरकार को उनकी मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर देगा। आज हर घर से महिला व पुरुष यहां धरना स्थल पर श्रद्धांजलि देने के लिए आए हैं। इससे साफ है कि पूरा समाज इस लड़ाई में उनके साथ है।
मलिक ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को पूरा करने की बजाए आंदोलन को तोड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में बैठे जाट मंत्री व नेता ही इस आंदोलन को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। वे कौम के गद्दार हैं तथा आने वाले समय में कौम उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी, धरना अनिश्चितकालीन के लिए जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 1 मार्च के प्रदेश के दस जिलों में धरना शुरू किया जाएगा और इसके बाद 2 मार्च को दिल्ली में संसद का घेराव किया जाएगा।