ऊना में दलित अस्मिता रैली के प्रमुख चेहरा जिग्नेश मेवानी ने आम आदमी पार्टी को अलविदा कह दिया है। जिगनेश ने शनिवार (20 अगस्त) को इस्तीफा दिया।इस्तीफा देने के बाद जिग्नेश ने कहा, “मैं वह नेता हूं जिसकी छवि बिगाड़ने की कोशिश बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ दलित समुदाय के कुछ लोगों ने भी की। इस गंदगी से दूर रहते हुए मैं आप पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं दलितों के अधिकारों के लिए अब भी लड़ता रहूंगा।” जिग्नेश ने यह भी कहा कि उनके और आप पार्टी के बीच कोई लड़ाई नहीं है। आप पार्टी के लोग मेरी बात को मान गए हैं। वे भी अब यही चाहते हैं कि दलित आंदोलन खुद ही आगे बढ़े। मैं साफ करना चाहता हूं कि आप पार्टी ने मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया।
जिग्नेश ने आगे कहा कि ‘मैं इस आंदोलन की पवित्रता को बचाना चाहता हूं। हमने यह आंदोलन अभी बस शुरू किया है। और मैं नहीं चाहता कि मेरा किसी पार्टी के साथ जुड़े होने के कारण इस आंदोलन को झेलना पड़े।’आपको बता दे, वेरावल में दलितों की पिटाई के बाद भड़के दलित आंदोलन का मुख्य चेहरा जिगनेश ही है। इस आंदोलन का नेतृत्व जिगनेश ही कर रहे है।