न्यूज़ पोर्टल हिंदी संवाद पर छपी खबर के मुताबिक.. रैली में नारे लगाती भीड़ भी उन्हें देखते हुए अपनी राह चलती रही। बदहवास महिला सिंधूनगर से करीब एक किलोमीटर दौड़कर किसी तरह भंवरकुआं चौराहा स्थित अस्पताल पहुंची। शुक्र है कि डॉक्टरों ने मशक्कत कर मासूम की जान बचा ली। न सिर्फ ये महिला, बल्कि जहां-जहां से रैली गुजरी, पूरा शहर परेशान रहा।
एबीवीपी के प्रांतीय नेताओं ने देशभर से आए कार्यकर्ताओं को शहर की संस्कृति से परिचित करवाने के लिए रैली निकाली। इसमें विभिन्न प्रदेशों की वेशभूषा में आए युवा नारे लगाते चल रहे थे। पुलिस-प्रशासन को पूर्व सूचना के बाद भी आधे घंटे में ही हालात बिगड़ गए। रैली जैसे ही भंवरकुआं चौराहे से टावर चौराहे की ओर मुड़ी, इस रोड पर जाम लग गया। पुलिसकर्मियों ने सड़क के एक ओर का ट्रैफिक रोक दिया। इससे आईटी चौराहे से टावर चौराहा और जीएसीसी कॉलेज से भंवरकुआं के बीच करीब तीन घंटे तक जाम लगता रहा।
(इंडिया संवाद के सौजन्य से खबर)