हाई कोर्ट जज की यह टिप्पणी तब आई है जबकि शशिकला नटराजन को जयललिता का औपचारिक उत्तराधिकारी चुना गया। उनको चेन्नै के वनाग्रम स्थित एआईएडीएमके पार्टी के कार्यालय में हुई जनरल बॉडी मीटिंग में पार्टी का महासचिव चुन लिया गया।
जे. जयललिता ने चेन्नै के अपोलो अस्पताल में 5 दिसंबर 2016 को अंतिम सांस ली थी। वह कार्डिएक अरेस्ट से ग्रसित थीं। जयललिता फेफड़ों में संक्रमण की वजह से भी इस अस्पताल में 75 दिनों तक भर्ती रही थीं। ऐक्ट्रेस गौतमी ने जयललिता की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में होने का हवाला देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था।