भाजपा के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त मोर्चे को लेकर ममता को नीतीश कुमार से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन बिहार में जदयू द्वारा लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल से नाता तोड़कर पुरानी साथी भाजपा से हाथ मिला लेने से ममता बनर्जी को तगड़ा झटका लगा हैं। यही कारण हैं की अब ममता की नजरे जदयू के बागी नेता शरद यादव पर टिक गयी हैं।
शरद यादव की ओर से गुरुवार को दिल्ली में आयोजित किए गए ‘साझी विरासत बचाओ कार्यक्रम का ममता ने पुरजोर समर्थन करते हुए कहा, ‘मैं शरद यादवजी को दिल्ली में ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी। तृणमूल इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर खुश है। मैं सभी विपक्षी नेताओं से एकजुट होकर इस आंदोलन में शामिल होने के लिए कहूंगी।