भाषा की खबर के मुताबिक, माओवादियों की ओर से छोड़े गए पोस्टर में हमलावरों ने प्रधानमंत्री की 15 और 16 अप्रैल के लिए प्रस्तावित ओडिशा यात्रा का विरोध किया है। प्रधानमंत्री को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए यहां आना है।
उन्होंने कहा कि कुछ पोस्टरों में इस बात का भी विरोध किया गया है कि ओडिशा से बाहर के अधिकारियों को राज्य की पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ पदों पर तैनात किया जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक केबी सिंह ने कहा कि सीआरपीएफ और विशेष अभियान दल (एसओजी) के जवानों ने इस घटना के बाद इलाके में खोजी अभियान शुरू कर दिया है। रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि मालगाड़ियों की आवाजाही सुरक्षा संबंधी हरी झंडी मिलने के बाद शुरू कर दी गई है। हालांकि इन पर गति संबंधी निर्देश लागू किए गए हैं। एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही को जल्द ही बहाल करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।