दिल्ली के तीनों नगर निगम चुनाव के नतीजों से जहां एक और बीजेपी की उम्मीदों का कमल खिल कर पूरी दिल्ली में महक रहा है वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। 272 में से 270 सीटों पर हुए चुनाव के नतीजों में बीजेपी 184 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि दूसरे पायदान पर आप है, जिसके खाते में 45 सीटें गई हैं। कांग्रेस तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है। उसे 30 सीटें मिली हैं। अन्य के खाते में 11 सीटें गई हैं। एकबार फिर से दिल्ली के तीनों नगर निगमों में भाजपा का शासन होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस जीत के लिए दिल्ली की जनता का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली के लोगों ने बीजेपी में भरोसा दिखाया, इसके लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं। मैं एमसीडी चुनावों में भाजपा की भारी जीत सुनिश्चित करने के लिए टीम बीजेपी की बड़ी मेहनत की प्रशंसा करता हूं।” पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर इस जीत को पीएम मोदी की नीतियों की जीत और जनता का उन पर भरोसे का परिणाम बताया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस जीत को सुकमा के शहीदों को समर्पित किया है और कहा है कि तीन महीने के अंदर दिल्ली गंदगी मुक्त होगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी की प्रचंड जीत के लिए बधाई दी, इन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘ तीनों एमसीडी में जीत के लिए बीजेपी को बधाई। दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए एमसीडी के साथ मिलकर काम करेंगे।’
I congratulate BJP on their victory in all 3 MCDs. My govt looks forward to working wid MCDs for the betterment of Delhi
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 26, 2017
इस बीच कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि अगले एक साल तक वो पार्टी का कोई भी पद नहीं संभालेंगे। माकन ने कहा, “हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। एक साल तक कोई पद नहीं लूंगा। सालभर कार्यकर्ता की तरह रहूंगा।” हालांकि, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वापसी की है लेकिन उन्हें और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमिशन को ईवीएम पर जांच करनी चाहिए। माकन के बाद दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पी सी चाको ने भी इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने कहा, “हम दोनों (चाको और माकन) ही एक तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे। पार्टी को चीजें सही करने के लिए मौका देना चाहिए ताकि स्थिति सुधरे।” कांग्रेस में उथल-पुथल का सिलसिला यहीं नहीं थमा। दिल्ली नगर निगम चुनावों में हार की गूंज मुंबई में भी सुनाई दी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) के महासचिव गुरुदास कामत ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। कामत पहले भी इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन काफी मान मनौव्वल के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था।
अगली स्लाइड में पढ़ें बाकी की खबर