दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार इफ्तार पार्टी दी। सीएम की ओर से दिए गई इफ्तार पार्टी में कई जाने माने चेहरे शामिल नहीं हुए। इफ्तार पार्टी में शामिल न होने वालों में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, दिल्ली के उप-राज्यपाल (LG) अनिल बैजल, पूर्व एलजी नजीब जंग, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित प्रमुख हैं। जबकि पिछले साल हुए समारोह में इनमें से अधिकतर लोगों ने शिरकत की थी। यही नहीं पार्टी के संस्थापक सदस्य और आप राजस्थान के संयोजक कुमार विश्वास भी इस पार्टी में नजर नहीं आए। विश्वास पर बीजेपी एजेंट होने का आरोप लगाने वाले आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान इफ्तार पार्टी में लोगों के साथ सेल्फी लेते हुए नजर आएं।
उर्दू अकादमी के वाइस चेयरमैन मसीद देवबंदी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, “विश्वास को इफ्तार पार्टी में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया था, लेकिन पता नहीं कि वह क्यों नहीं आए।” उन्होंने आगे बताया कि उप-राष्ट्रपति पार्टी में इसलिए शामिल नहीं हो सके, क्योंकि शुक्रवार शाम को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की ओर से भी इफ्तार का आयोजन किया गया था। इफ्तार पार्टी में विश्वास के शामिल न होने की खबरों के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है। कहा जा रहा था कि केजरीवाल की इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए कुमार विश्वास को आमंत्रण नहीं भेजा गया था। सीएम की ओर से इससे पहले दी गई दो इफ्तार पार्टी में कुमार शामिल हुए थे।
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विवाद उस समय शुरू हुआ जब पंजाब विधानसभा चुनाव और दिल्ली निकाय चुनाव में आप को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसको लेकर विश्वास ने सवाल उठाए थे। जिसके बाद आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने कुमार विश्वास पर गंभीर आरोप लगाए थे। पार्टी के अंदर मची घमासान के बीच खबर आई कि कुछ विधायकों ने अरविंद केजरीवाल को संयोजक पद से हटाने के लिए कुमार विश्वास से संपर्क किया। हालांकि केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कुमार विश्वास से उनके घर पर मुलाकात करके मामले को शांत करने की कोशिश की।