मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाबा रामदेव की पतंजलि के प्रोडक्ट्स को राज्यभर में फेयर प्राइस की दुकानों के माध्यम से बेचने की बात कही है। उन्होंने शुक्रवार को भोपाल में सहकारिता विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में ये बातें कहीं। सीएम ने कहा कि लोगों के बीच मशहूर पतंजलि प्रोडक्ट्स के बेचने से फेयर प्राइस की आमदनी में इजाफा हो सकता है और उसकी किस्मत बदल सकती है। एक दशक पहले योग गुरू बाबा रामदेव और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि की शुरुआत की थी जो आज हर्बल, मिनरल और एफएमसीजी प्रोडक्ट्स के लंबे रेंज के साथ बाजार में उपलब्ध है। सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि वो जल्द ही इस दिशा में पतंजलि से संपर्क करेंगे।
सारंग ने कहा कि “हम चाहते हैं कि फेयर प्राइस शॉप राज्यभर में मल्टी-यूटिलिटी शॉप बनकर उभरे। पतंजलि से गठजोड़ इस दिशा में लाभदायक हो सकता है।” राज्यभर के 51 जिलों में फेयर प्राइस की कुल 16,500 दुकानें हैं। मंत्री ने कहा कि ‘राज्यभर की हजारों कॉपरेटिव सोसाइटी भी पतंजलि प्रोडक्ट्स को स्टॉक कर सकती हैं।’
बाबा रामदेव के लिए रेड कार्पेट बिछानेवाले राज्यों में मध्य प्रदेश भी एक है। एक दशक पहले बीजेपी सरकार ने बाबा रामदेव को जबलपुर में जमीन उपलब्ध कराई थी लेकिन कांग्रेस के विरोध की वजह से बाबा रामदेव ने वहां किसी तरह का काम शुरू नहीं किया। अब राज्य के औद्योगिक शहर इंदौर के पास पिथमपुर में बाबा रामदेव अपनी नई मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट शुरू करने जा रहे हैं।