बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए ‘विटामिन पुलिस’ में तब्दील हुई एमपी पुलिस

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एमपी पुलिस
फाइल फोटो
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बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने बच्चों की सेहत संवारने का बीड़ा उठाया है। एमपी के भोपाल में 19 बच्चों की कुपोषण से मौत हो गयी जबकि 160 बच्चों के कुपोषण से ग्रसित होने की खबर सुनकर श्योपुर जिले के पुलिस अधीक्षक संकेत पांडे ने बच्चों की सेहत संवारने की ओर कदम उठाया है। संकेत पांडे ने जिले के सभी 18 गांवों से कुपोषण मिटाने के लिए अपने स्तर पर रणनीति तैयार की है।

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पांडे के प्रयासों का ही नतीजा है कि स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट के अफसर और कर्मचारी भी कर्मठता दिखा रहे हैं। खासतौर पर, पुलिस की तरफ के काम में कोताही दिखाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज करने की चेतावनी के बाद स्वास्थ्य केन्द्रों पर कर्मचारियों की अटेंडेंस बढ़ गई है।

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श्योपुर जिले में गत वर्ष अगस्त और सितंबर के महीने में कुपोषण के कारण 19 बच्चों की मौत हो गई थी। बच्चों की मौत से आहत पुलिस अधीक्षक ने अपनी ड्यूटी से आगे बढ़ते हुए क्षेत्र से कुपोषण खत्म करने का दायित्व ले लिया। उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी 18 थानों के लिए कुपोषण ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च किया। इस प्रोग्राम के तहत सभी साथियों को कुपोषण मिटाने के लिए जरूरी दवाइयां, विटमिन्स और बच्चों के माता-पिता की काउंसलिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके अलावा पांडे ने 80 गांवों को गोद लिया है।

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