समाजवादी पार्टी में चाचा-भतीजे का झगड़ा भले ही खत्म हो गया हो। लेकिन पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह अपने बेटे अखिलेश पर अब भी निशाना साध रहे हैं। मुलायम ने कहा है कि 2012 विधानसभा चुनाव के बाद शिवपाल सिंह नहीं चाहते थे कि अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाया जाए। शिवपाल ने यह सुझाव दिया था कि अखिलेश को 2014 लोकसभा चुनाव के बाद ही आगे लाना चाहिए। लेकिन, सभी लोग अखिलेश के नाम पर राजी थे और अखिलेश मुख्यमंत्री बन गए। उन्होंने आगे कहा- अखिलेश सीएम बनाने का नतिजा क्या हुआ? परिवार से केवल पांच लोग जीते। अगर मैंने शिवपाल सिंह यादव की बात सुनी होती तो हम 30-35 सीटें जीतते और मैं प्रधानमंत्री बन गया होता।
टीओआई के मुताबिक मुलायम ने कहा कि अगर अखिलेश इस बात को लेकर शिवपाल से खफा हैं तो उन्हें एक बाद याद रखनी चाहिए कि लोगों ने उन्हें इसलिए सीएम के रूप में स्वीकार किया है, क्योंकि वह मेरे बेटे हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव 2012 चुनाव में उस मेनिफेस्टो की वजह से सत्ता में आए, जिसे मैंने, शिवपाल और रामगोपाल यादव के साथ मिलकर तैयार किया। अखिलेश यादव के ड्रीम मेट्रो प्रोजेक्ट को गैरजरुरी बताते हुए मुलायम ने कहा कि मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए आवंटित किए गए धन का इस्तेमाल किसानों के कल्याण के लिए किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी के लिए बहुत मेहनत की है।