दिल्ली के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा दे चुके नजीब जंग ने कहा है कि उन्होंने पहले भी दो बार इस्तीफे की पेशकश की थी। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी ने पद पर बने रहने को कहा था। न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने यह खुलासा किया। जंग ने एनडीटीवी को बताया कि साल 2014 में जब केंद्र में भाजपा सरकार बनी थी तब उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी। लेकिन उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद पर बने रहने को कहा था। इसके बाद तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी इस्तीफा देने की बात कही थी। गौरतलब है कि जंग ने गुरुवार (22 दिसंबर) को दिल्ली के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस कदम ने सबको हैरानी में डाल दिया। इस्तीफ के पीछे जंग ने वजह बताई थी कि वे परिवार को वक्त देना चाहते हैं। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार( 23 दिसंबर) को जंग से उनके निवास पर मुलाकात की। एक घंटे तक चली मुलाकात के बाद केजरीवाल ने बताया कि जंग व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देना चाहते हैं। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच कई मुद्दों पर असहमति रही। जंग ने केजरीवाल सरकार के कई फैसलों को पलट दिया था। इस पर काफी राजनीति भी हुई थी। आप की ओर से जंग को भाजपा का एजेंट बताया गया था। जंग को यूपीए सरकार ने जुलाई 2013 में दिल्ली का उपराज्यपाल बनाया था। इस पद पर आने से पहले वे जामिया यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर थे।
वहीं जंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। हालांकि इस दौरान क्या चर्चा हुई यह साफ नहीं हो पाया। जंग की जगह नए उपराज्यपाल की नियुक्ति को लेकर भी कयास शुरू हो गए है। बताया जाता है कि वाजपेयी सरकार में गृह सचिव रहे अनिल बैजल का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। इनके अलावा पूर्व दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, किरण बेदी समेत कई नाम रेस में हैं।