इलाहाबाद। उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद में एक किस्सा देश में एकता और अखंडता की मिसाल बन गया। इस किस्से से साबित कर दिया कि भले ही हम अलग धर्मों और अलग संस्कृति से ताल्लुक रखते हों, लेकिन हम सब एक हैं। हम सब हिंदुस्तानी हैं। जी हां अलविदा जुम्मे की नमाज़ मे शुक्रवार को इलाहाबाद में देशभक्ति की एक अलग तस्वीर देखने को मिली है। रमजान की आख़िरी जुमे में पहुंचे हज़ारों रोज़ेदारों ने इलाहबाद की जामा मस्जिद में अलविदा की नमाज़ अता की। नमाज़ियों ने देश में डिफ़ेन्स की बड़ी पहचान तेजस फ़ाइटर विमान की क़ामयाबी के लिए दुआ मांगी। नमाज़ियों के मुताबिक तेजस हमारी सुरक्षा का पहरी है इसलिए इसकी क़ामयाबी मुल्क की हिफ़ाजत के लिए जरूरी है। गौरतलब है कि शुक्रवार को ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में दो तेजस विमानों को शामिल किया गया है, जो अपने आप में अब तक के सबसे ताकतवार लड़ाकू विमान माने जा रहे हैं।
अलविदा की नमाज़ के बाद रोज़ेदारों ने संकल्प भी लिया है कि वह ईद पर चीन के सामान नहीं ख़रीदेंगे। जाहिर है कि चीन के एनएसजी मामले पर भारत का समर्थन नहीं किया था जिसके बाद भारत एनएसजी में शामिल नहीं हो पाया था।