इंडिया संवाद का दावा है कि बीजेपी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने बात करते हुए कहा कि जिस तरह देश की एक स्थापित पार्टी टिकट देने के नाम उम्मीदवारों से अंधाधुंध उगाही कर रही है उसका संज्ञान चुनाव आयोग को लेना चाहिए। नब्बे के दशक में आक्रामक छात्र राजनीति के ज़रिये यूपी में पहचान बनाने वाले बीजेपी के नेता आईपी ने कहा कि उन्हें बसपा के विधायक बताते हैं कि मायावती हर मौके पर उम्मीदवारों से लाखों रूपए वसूलती हैं। ” मुझे एक उम्मीदवार ने बताया कि 9 अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि पर मायावती ने 20-20 लाख रूपए की डिमांड की थी। यूपी में विधान सभा की 403 सीटों के हिसाब से अगर हर उम्मीदवार 20 लाख रूपए देने को मज़बूर होता है तो मायावती एक झटके में 80 करोड़ रूपए की वसूली कर लेती हैं। इससे पहले वो चार मंडलों में हुई रैली में 20-20 लाख रूपए जमा करवाकर महीने भर में 80 करोड़ रूपए अपने उम्मीदवारों से खींच चुकी हैं।
बीजेपी का आरोप है कि मायावती ने हर उम्मीदवार से कम से कम 3 करोड़ रूपए लेकर उन्हें टिकट दिया है। चूँकि कुछ बरसों से सपा और बसपा के बीच ही सत्ता का खेल चलता आया है। इसलिए साल भर पहले तक लोग मायावती को अगला मुख्यमंत्री मान रहे थे। लिहाजा मायावती के टिकट का रेट 3 करोड़ से 5 करोड़ तक पहुँच गया। आई पी सिंह बताते हैं कि उन्हें पूर्वांचल के एक उम्मीदवार ने बताया कि बहनजी ने 3 करोड़ से टिकट की बोली लगानी शुरू की थी। लेकिन लोएस्ट एस्टीमेट के आधार पर मायावती ने 403 टिकर बेचकर आसानी से 1200 करोड़ बना लिए। ” हमे तो ये मालूम हुआ है कि मायावती ने अपने बर्थडे के लिए भी एडवांस में 15 लाख -15 लाख रूपए ले लिए हैं। बर्थडे भले ही 15 जनवरी 2017 में होगा। लेकिन पैसे अभी से मायावती की हाथी से बड़ी गुल्लक में पहुंच गए।