नई दिल्ली : प्रधानमंत्री की कालेधन पर मंगलवार को रात अचानक हुई सर्जिकल स्ट्राइक से बसपा सुप्रीमो मायावती की नींद उड़ गयी है। इंडिया संवाद वेबसाइट की खबर के मुताबिक डायरेक्टर जरनल इन्वेस्टिगेशन की एक गोपनीय रिपोर्ट में कहा गया है कि मायावती ने अपनी पार्टी के प्रति उम्मीदवार से टिकट देने के नाम पर साढ़े 3 करोड़ से लेकर 5 करोड़ रुपये तक उगाही यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए की है। कैश में इकठ्ठा की गयी ये धनराशि तकरीबन 1200 करोड़ रुपये है और जाहिरतौर पर 1000 रुपये की करेंसी में पैसों का हस्तानांतरण हुआ है।
इंडिया संवाद ने अपनी खबर में सूत्रों के हवाले से बताया है कि मायावती ने अपने खजाने में जमा अरबों रुपये की इस रकम को ठिकाने लगाने के लिए राज्यसभा सांसद सतीश चन्द्र मिश्रा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दकी को तत्काल अपने बंगले पर तलब कर लिया।
वेबसाइट की खबर के मुताबिक उनके आवास पर कई नामी-गिरामी CA भी अपनी टीम सहित पहुंचे। दरअसल अगले साल यूपी में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती अपनी पार्टी के विधायकों और जिला अध्यक्षों से माल बटोरने में लगी थीं। बताया जाता है कि पैसे के लेनदेन का काम वैसे तो बहनजी के भाई आनंद देखते है। लेकिन अचानक लागू हुए इस कानून से मायावती के होश उड़ गए और उन्होंने तत्काल आवास पर अपने खास नेताओं और शहर के कई बड़े CA और उनकी फ़ौज बुला ली है।
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