नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए वादे को पूरा नहीं किए जाने और बाद में उनकी पार्टी के उसे ‘जुमला’ करार दिए जाने का आरोप लगाते हुए रविवार(2 अक्टूबर) को कहा कि ‘हम विश्वास करते हैं जो कहो उसको करो और जो नहीं कर सकते हो, कहो मत।’
सात निश्चय के अंतर्गत ‘आर्थिक हल, युवाओं को बल’ के तहत बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जिसके तहत युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए चार लाख रूपये का कर्ज दिया जाएगा, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना तथा कुशल युवा कार्यक्रम का रविवार को शुभारंभ करते हुए नीतीश ने कहा कि ‘हम विश्वास करते हैं जो कहो उसको करो और जो नहीं कर सकते हो, कहो मत।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में जो देश में अविश्वास का वातावारण हुआ है उसका एक बड़ा कारण यह है कि चुनाव के अवसर पर तरह-तरह के वायदे कर देते हैं और चुनाव के बाद उसे ‘जुमला’ घोषित कर देते हैं। हमलोग ‘जुमला’ का प्रयोग नहीं करते हैं। जो कहेंगे उसे करेंगे और करके दिखाया है और दिखा देंगे।’
नीतीश ने कहा ‘चुनाव में तो आदमी कुछ न कुछ बोलते हैं पर हम नहीं बोलते। हमारे ऊपर बहुत कुछ बोला गया, तरह तरह की बात बोली गयी थी, पर हम बोलने की जरूरत नहीं महसूस करते। जो काम करो, जो कर सकते हो वही कहो और जो कह दिया उसे लागू किया। यह मेरा संकल्प है।’