पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन से डरे सीमा के निवासी, सुरक्षित जगह के लिए किया पलायन

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सीजफायर

दिल्ली: पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा कल संघर्ष विराम का उल्लंघन कर अखनूर तहसील में भारतीय चौकियों और नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में लोगों को निशाना बनाने के बाद जम्मू क्षेत्र के सीमावर्ती इलाकों में सन्नाटा पसरा है क्योंकि लोग कोई जोखिम लेना नहीं चाहते हैं और सुरक्षित जगह का रूख कर रहे हैं । अखनूर में पल्लनवाला गांव के निवासी सूरत सिंह ने कहा, ‘‘ हम पूर्व में देख चुके हैं कि कैसे पाकिस्तान ने हमारी पीठ में छूरा घोंपा और नागरिकों को निशाना बनाया। भले ही उन्होंने कल रात से गोलीबारी रोक दी है, लेकिन हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं।’’ सीमा से सटे गांवों के निवासियों का कहना है कि वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं क्योंकि यदि वे अगले कुछ दिनों में देखभाल नहीं की गयी तो खड़ी फसल चौपट हो जाएगी।

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खोउर तहसील में पर्गवाल गांव के निवासी दयाराम ने कहा, ‘‘ यहां लोग चिंतित हैं। कल पाकिस्तान ने हमारे सेक्टर में असैन्य इलाकों को निशाना बनाया। इसके बाद हमने अपने बच्चों, महिला सदस्यों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्णय किया है।’’ उन्होंने कहा कि दिन में अपने गांवों में रहने वाले पुरष रात में सरकार द्वारा लगाए गए शिविरों में पनाह लेते हैं।

गांव के एक अन्य निवासी प्रेम सिंह ने कहा, ‘‘ हमें अपने पशुओं का ख्याल रखना है, इसलिए हम दिन में अपने गांव लौट आते हैं और रात में शिविरों में आ जाते हैं। हमने अपने परिजनों को जम्मू शहर में अपने रिश्तेदारों के यहां भेज दिया है।’’ जारी :

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प्रेम सिंह ने कहा कि लोग अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षित स्थानों पर डेरा डालने के लिए अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी है। उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना द्वारा 29 अक्तूबर को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों पर लक्षित हमले करने के बाद पाकिस्तान ने सीमा पार गोलीबारी बढ़ा दी है।

डीजीएमओ द्वारा लक्षित हमलों की घोषणा के तुरंत बाद जम्मू क्षेत्र में अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। ऐहतिहाती उपायों के तहत अधिकारियों ने सीमावर्ती इलाकों में सभी शैक्षणिक संस्थानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का आदेश दिया है।

पल्लनवाला के निवासी नसीब सिंह ने कहा, ‘‘ हमें नहीं पता कि यह तनाव कब तक बना रहेगा। हम चाहते हैं कि अधिकारी हमारे बच्चों की शिक्षा के लिए व्यवस्था करें। हम नहीं चाहते कि इन दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव से हमारे बच्चों की पढ़ाई बर्बाद हो।’’ जम्मू कश्मीर के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने आज सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और सीमा के निवासियों के लिए बनाए गए सुरक्षित शिविरों की व्यवस्था का जायजा लिया।

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आरएस पुरा में बाना सिंह स्टेडियम में सुरक्षित शिविर के प्रभारी बलजिन्दर सिंह ने कहा कि रात में लोगों की संख्या बढ़ जाती है, जबकि दिन में इनमें से कुछ लोग अपने गांव लौट जाते हैं।

अकेले आरएस पुरा सेक्टर में अधिकारियों ने आठ सुरक्षित स्थान बनाए हैं जहां सीमावर्ती क्षेत्र के 33 से अधिक गांवों के 15,000 से अधिक लोगों के रहने की व्यवस्था है।