उन्होंने कहा कि जहां तक बाल विवाह रोकने और दहेज प्रथा बंद करने का सवाल है, तो इसके लिए भी चेतना जगानी होगी। महिलाएं जगी रहेंगी, तभी यह संभव है। बच्चों का टीकाकरण, रजिस्ट्रेशन, आधार कार्ड निर्माण, सरकार की सहायता, जो सीधे खातों में जाती है, उसकी भी जानकारी दें।
रवींद्र भवन में आयोजित सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिशु मृत्यु दर घटी है, खासकर बच्चों की। नवजात अगर लड़का है और वह वजन से कमजोर है या सांस में तकलीफ है, तो अभिभावक इलाज करवा लेते हैं, लेकिन अगर नवजात लड़की है, तो अभिभावक उसका इलाज नहीं कराते हैं।
सीएम ने कहा कि जदयू सिर्फ राजनीतिक पार्टी नहीं है, बल्कि सामाजिक बदलाव के लिए अभियान भी चलाता है।
जदयू ने महिलाओं की शक्तियों को पहचाना है। स्कूली लड़कियों को पोशाक योजना, साइकिल योजना, पंचायत व नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति में 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस की नौकरी में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है, जो लोग महिला शक्ति को नहीं पहचान रहे हैं, यह उनकी गलती है।