आगामी 27 जुलाई को पटना में आयोजित राजद की ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली में जेडीयू बतौर पार्टी शामिल नहीं होगी. जेडीयू की तरफ से इस बात की पुष्टि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम रजक ने की है. श्याम रजक के अनुसार ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली राजद का आयोजन है. जदयू बतौर पार्टी इसमें शामिल नहीं होगर लेकिन, जदयू सुप्रीमो और मुख्यपमंत्री रैली का निमंत्रण मिलने पर व्यक्तिगत तौर पर शामिल होने का फैसला कर सकते हैं. जेडीयू की इस घोषणा के साथ ही बिहार के सत्तातधारी ‘महागठबंधन’ के घटक दलों का मतभेद एक बार फिर सामने आया है.
श्याम रजक के इस बयान को बिहार में महागठबंधन घटक दलों में मतभेद के तौर पर इसलिये भी देखा जा रहा है क्योंकि इससे पहले नोटबंदी, राष्ट्रभपति चुनाव व जीएसटी जैसे बड़े राष्ट्रीपय मुद्दों पर जदयू का स्टैंड महागठबंधन से अलग रहा है. महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राजद की रैली से जेडीयू का अलग होना सांकेतिक रूप से ही सही लेकिन फिर यह बता रहा है कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है. लालू ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली के बहाने विपक्ष को एकजुट करने का ऐलान कर चुके हैं लेकिन उन्हें अपने ही गढ़ में और सत्ता में सहयोगी दल का साथ नहीं मिलता दिख रहा है.
राजद सूत्रों के अनुसार रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यकमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यंमंत्री नवीन पटनायक, हरियाणा के पूर्व मुख्येमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा शामिल होना है लेकिन नीतीश की पार्टी के इस रैली से दूर होने की घोषणा का प्रतिकुल असर विपक्ष की एकजुटता के साथ-साथ रैली की सफलता पर भी पड़ना तय माना जा रहा है.