नई दिल्ली। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने गुरुवार(8 सितंबर) को कहा कि वह बातचीत के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन वह ऐसे किसी ‘निर्थक प्रयास’ में भाग नहीं लेंगे, जिसका मकसद कश्मीर मुद्दे का समाधान करना नहीं है। गिलानी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को बातचीत के जरिए हल करने की जरूरत है।
उन्होंने बड़गाम जिले के पानजान-छादूरा और नसरूलपोरा इलाकों में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘हम अतीत में कभी बातचीत के खिलाफ नहीं रहे हैं और भविष्य में भी नहीं रहेंगे। बहरहाल, हम ऐसे किसी निर्थक प्रयास का हिस्सा नहीं बनना चाहते जिसका मकसद कश्मीर मुद्दे का समाधान तलाशना नहीं है।’’
कुछ दिन पहले जब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल चार सांसद गिलानी से मिलने और बातचीत करने के लिए उनके आवास पर गए तो उन्होंने मुलाकात करने से इंकार कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के कश्मीर दौरे को समय काटने की कोशिश करार देते हुए गिलानी ने कहा कि ‘‘गृह मंत्री दो बार कश्मीर आए, लेकिन कश्मीर मुद्दे के समाधन के लिए कदमों के बारे में बात नहीं की।’’