नोटबंदी से पानीपत का कपड़ा उद्योग बरबादी के कगार पर, मजदूरों को दिहाड़ी मिलना मुश्किल

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फटे पुराने कपड़ों को री-साइकिल कर पानीपत के करीब 150 कारखाने देश का सबसे सस्ता धागा बनाते हैं, जिससे  गरीब और आम जनता के लिए सिर्फ 65 रुपये में कम्बल तैयार होता है। नोटबंदी के बाद बिक्री 50 तक घट गई है। इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ा है, जिसमें 20 से 30 फ़ीसदी तक गिरावट आई है।

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