गडकरी ने कहा, ‘हमारे नए चुने हुए विधायक अपने नेता का चुनाव करेंगे। यह जरूरी नहीं है कि नेता विधायकों के बीच से हो। हम उसे केंद्र से भी भेज सकते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या पर्रिकर की वापसी होगी, गडकरी ने कहा कि पार्टी में नेताओं की कमी नहीं है। गडकरी ने कहा, ‘ आपने वो कैसे समझ लिया, जो मैं नहीं कहना चाहता था। मेरी कही गई बात का अर्थ वे समझ गए होंगे, जिनको यह समझना है।’ गडकरी के मुताबिक, पर्रिकर ने वापस गोवा लौटने की कोई इच्छा नहीं जताई है। हालांकि, गडकरी ने यह भी कहा, ‘लेकिन हमने सारे विकल्प खुले रखे हैं।’ बाद में फोन पर संपर्क करने पर गडकरी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
बीजेपी ने सीएम कैंडिडेट क्यों नहीं घोषित किया, इस बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने बताया कि चुनाव पर्रिकर, गोवा के सीएम पार्सेकर, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक और राज्य बीजेपी प्रमुख विनय तेंडुलकर के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगर विधायक चाहेंगे तो पार्सेकर भी सीएम बन सकते हैं।’ गडकरी ने जब ये बातें कहीं, उस वक्त पार्सेकर उनके बगल में ही बैठे हुए थे।