दिल्ली विधानसभा और केंद्र के चुनाव हारने के बाद कांग्रेस पार्टी पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों में कुछ नया कारनामा दिखाने की कोशिश कर रही है। पंजाब में चुनाव के माहौल अनुसार प्रशांत किशोर कांग्रेस के लिए विभिन्न तरह की तैयारिया कर रहे है। जिनमे से कुछ हम आपको दिखाना चाहते है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह पूछते हैं कि तुम्हारे पास कितनी जमीन है? उनकी बस पर चढ़ी वह बूढ़ी महिला कहती है कि मेरे पास कोई जमीन नहीं। कोई बताता है कि वह विधवा है। दलजीत कौर नाम की महिला से अमरिंदर पूछते हैं कि तुम्हारा कर्जा कितना है? वह सिर हिलाती है, बुझती आंखों से आंसू बह निकलने को होते हैं और वह हाथ के इशारे से बताती है कि उसे नहीं पता। कौर की जानकारी एक फॉर्म भर रहे ढिल्लन को निर्देश देते हुए अमरिंदर कहते हैं कि कर्ज की रकम के आगे प्रश्नचिन्ह लगाओ। इसके बाद ढिल्लन फॉर्म को फाड़ कर एक हिस्सा दलजीत को देते हैं। जो बड़ी उम्मीद से उस दबोचती है कि कांग्रेस कार्यकर्ता ने उसकी मदद की। किसान मांग पत्र का नाम का यह फॉर्म, चुनावी वादों की फेहरिस्त में नया है। मुफ्त टीवी सेट्स, मिक्सर ग्राइंडर्स से कहीं ज्यादा बेहतर। जब तक कर्जदार इंतजार कर रहे हैं, ये फॉर्म एक अहम काम कर रहे हैं। वोटर्स का राज्य-स्तरीय डाटाबेस बनाना।
इस फॉर्म के पीछे दिमाग हैं कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर का। यह फॉर्म पार्टी कार्यकर्ताओं और वालंटियर्स के बीच बांटा जा रहा है, इस वादे के साथ कि अगर पार्टी आने वाला चुनाव जीतती है तो फॉर्म भरने वालों का कर्ज सरकार माफ करेगी। इसी तरह का एक और फॉर्म, जिसमें कर्ज माफी के साथ मुफ्त बिजली का वायदा किया गया है। उत्तर प्रदेश में बंटवाया गया है। पंजाब में बंट रहा फॉर्म गुरुमुखी में है। जिसके एक तरफ लिखा है कि कर्जा कुर्की खतम, फसल की पूरी रकम। साथ ही अमरिंदर सिंह और सोनियां गाधी व राहुल गांधी की तस्वीर छपी है। जो लोग फॉर्म भर रहे हैं वह सिर्फ कर्ज माफी के लिए ही नहीं, बल्कि ‘ऋण और बंधक छूट की कांग्रेस पार्टी की नीति, और फसल के लिए पूरी कीमत’ के समर्थन की घोषणा भी कर रहे हैं। फॉर्म में व्यक्ति काम नाम, गांव, विधानसभा क्षेत्र, जिला, कर्ज की रकम और फोन नंबर पूछा गया है।
प्रशांत किशोर की संस्था इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि अभी तक आठ लाख फॉर्म भरे जा चुके हैं। जिनमें से तीन लाख की हार्ड-कॉपीज इकट्ठा करने की प्रक्रिया चल रही है। जो लोग फॉर्म भरते हैं उन्हें एक नंबर पर ‘मिस्ड कॉल’ देने के लिए कहा जाता है। व्यक्ति के नंबर पर जल्द ही अमरिंदर के एक रिकॉर्डेड संदेश के साथ वापस कॉल आती है जिसमें वादा होता है कि उनका कर्ज माफ कर दिया जाएगा और उनकी फसल के लिए पूरा न्यूनतम समर्थन मूल्व मिलेगा।