नई दिल्ली: क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू और आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच सीक्रेट डील हुई है।एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक इस डील के तहत नवजोत सिंह सिद्धू अगले साल होनेवाले पंजाब चुनाव में ना तो मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे और ना ही वह पंजाब विधानसभा चुनाव में लड़ेंगें। रिपोर्ट के मुताबिक अरविंद केजरीवाल और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच हुई सीक्रेट डील की यह चार शर्ते है।
पहली शर्त- नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगें।
दूसरी शर्त- नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं होंगें।
तीसरी शर्त- नवजोत सिंह सिद्धू बेरोकटोक पूरे पंजाब में चुनाव प्रचार करेंगें।
चौथी शर्त- नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी भी न तो पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ेंगीं और न ही वो किसी पद की रेस में होंगी।
गौर हो कि राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू और अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अपने अगले कदम पर पत्ते नहीं खोले हैं हालांकि ये संकेत मिल रहे हैं कि सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर जल्द ही आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। कल सिद्धू ने मीडिया से खुद को दूर रखा जबकि उनकी पत्नी ने कहा कि राज्यसभा से उनके इस्तीफे का यह मतलब है कि उन्होंने भाजपा भी छोड़ दी है और उनके लिए अब एकमात्र विकल्प आम आदमी पार्टी में शामिल होना है। सिद्धू के फैसले को साहसिक बताने वाले केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में उनका आप का चेहरा बनने की बात करना अभी जल्दबाजी होगी।
गौर हो कि सिद्धू ने मोदी सरकार द्वारा राज्यसभा में मनोनयन के सिर्फ तीन महीने बाद ही 18 जुलाई को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें 22 अप्रैल को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था। वर्ष 2004 से 2014 तक अमृतसर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिद्धू को 2014 में यह सीट अरूण जेटली के लिए छोड़नी पड़ी थी।