राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) ने अपने हर स्वंयसेवी को आदेश दिया है कि दिल्ली के हर मोहल्ले में तिरंगा फहराया जाए। माना जा रहा है कि ऐसा लोगों में देशभक्ति की भावना भरने के लिए किया जा रहा है। हालांकि इससे पहले 2001 तक RSS तिरंगा नहीं फहराता था। जिसकी वजह थी कि संघ ने अखंड भारत के निर्माण की कसं खा रखी थी। इसलिए देश आज़ाद होने के कई सालों यानि कि 2002 तक भी संघ ने 2002 तक दूरी बनाई हुई थी।
2016 में भी संघ और तिरंगे को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। तब संघ से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने 26 जनवरी को सभी मदरसों को तिरंगा फहराने की नसीहतदी थी।लेकिन दारुल उलूम ने उसपर अपनी आपत्ति दर्ज करवाई थी।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच हमेशा से मदरसों पर तिरंगा फहराने की बात का समर्थन करता रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल ने कहा था कि उनका संगठन पिछले पांच बरसों से 26 जनवरी और 15 अगस्त को मदरसों पर तिरंगा फहराने की अपील करता रहा है। उन्होंने कहा था कि उस साल केंद्र में अपनी (बीजेपी) सरकार होने की वजह से उस कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा था।