सैफुल्लाह के पिता सरताज ने बुधवार को अंतिम संस्कार करने के लिए बेटे का शव लेने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “उसने देश हित में काम नहीं किया, हम उससे बहुत नाराज हैं और ऐसे द्रेशद्रोही की लाश हम नहीं लेंगे।” उन्होंने बताया कि सैफुल्लाह घर में हुई कहा-सुनी के बाद भाग गया था और फिर कभी लौट कर नहीं आया। सरताज ने कहा, “कई महीनों पहले जब मैंने कोई काम न करने के लिए उसकी पिटाई की, तो वह घर छोड़कर भाग गया था। पिछले सोमवार को उसने फोन कर बताया कि वह सऊदी जा रहा है।”
सैफुल्लाह के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद उसके रिश्तेदारों को भी अबतक यकीन नहीं हो रहा कि वह आतंकवाद की राह पकड़ चुका था। एक रिश्तेदार ने कहा, “हर कोई हैरान है। उसका व्यवहार अच्छा था। वह पांच बार नमाज पढ़ा करता था। हमने उसके बारे में ऐसा कभी नहीं सोचा था।”
#WATCH: Sartaj, father of Saifulla says,”Ye desh-hitt mein nahi tha hum usse naraz hain,aise deshdrohi ki laash nahi lenge” #LucknowTerrorOp pic.twitter.com/bGMxHlokJM
— ANI UP (@ANINewsUP) March 8, 2017
उधर मध्यप्रदेश और कानपुर से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी दानिश, इमरान और फैजल के पिता ने अपने बेटों का बचाव किया है। उन्होंने कहा, “ये आरोप गलत हैं। फैजल एक दुकान चलाता है, इमरान शादीशुदा है और उसकी एक बेटी भी है। दानिश भी मेरा बेटा है। मैंने उसे काम न करने के लिए डांटा था जिसके बाद वह घर छोड़ कर चला गया था।”