लखनऊ : समाजवादी कुनबे में कलह और बगावत पीछा नहीं छोड़ रही। मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में सपा के सभी चारों फ्रंटल संगठनों के अध्यक्षों ने कुनबे में कलह से त्रस्त होकर, इस्तीफा देकर मौजूदा हालात पर कड़ा विरोध जताया तो सपा से निष्कासित एमएलसी और प्रोफेसर राम गोपाल यादव के भांजे अरविंद के समर्थन में 117 जनप्रतिनिधियों ने शिवपाल सिंह के खिलाफ सीधी बगावत कर सपा से इस्तीफे दे दिए। इतनी बड़ी संख्या में सामूहिक इस्तीफों से सपा में हलचल तेज हो गई है।
आजमगढ़ में समाजवादी छात्रसभा ने दो दिन पहले अपना त्यागपत्र सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रेषित कर दिया था जबकि युवजन सभा, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड व लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष समेत इन चारों कमेटियों के सभी पदाधिकारियों ने बुधवार को सामूहिक इस्तीफा भेजा।कुनबे में कलह से त्रस्त होकर विधानसभा क्षेत्रों से भी दर्जनों कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के पक्ष में आवाज उठाते हुए खुद को संगठन से अलग कर लिया है। युवजन सभा के जिलाध्यक्ष शिशुपाल सिंह ने कहा कि जब हमारे प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव को ही हटा दिया गया तो हम लोगों का क्या मतलब है। इसीलिए हम सबने राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया।
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