हालांकि, अभी यह पता नहीं चल पाया है कि ये नरकंकाल कितने हैं और किन लोगों के हैं लेकिन आशंका है कि ये आपदा में प्राण गंवाने वाले श्रद्वालुओं के हो सकते हैं । जुगीनारायण-केदारनाथ पैदल ट्रैक पिछले साल दिसंबर में ही तैयार हुआ था और उसपर ट्रैक करने वाले लोगों ने ही हाल में इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी । इस बीच, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि यह बड़ा गंभीर विषय है कि आपदा को तीन साल से ज्यादा गुजर जाने के बावजूद राज्य सरकार नरकंकालों को खोज पाने में विफल रही है ।
उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में इस मुददे को जोर-शोर से उठाया जायेगा और उनकी नाकामी को जनता के सामने उजागर किया जायेगा । भट्ट ने कहा, ‘एक तरफ मुख्यमंत्री केदारनाथ में जाकर कैलाश खेर के साथ जाकर संगीत उत्सव मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर केदारनाथ के निकट नरकंकाल बिखरे पड़े हैं । यह मुख्यमंत्री की संवेदनहीनता का परिचायक है जिसे हम चुनावों में जनता के सामने बेनकाब करेंगे ।