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एक डिप्रेशन की शिकार मां ने अपनी ही बेटी को फांसी पर चढ़ाकर मार डाला। उसके बाद मां ने एक स्यूसाइड नोट लिखकर खुद को भी मौत के हवाले कर दिया। स्यूसाइड नोट में उसने इच्छा जताई कि यह क्रूर दृशय उसका बेटा और बाप ना देख पाये।
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यह मामला है साउथ वेस्ट दिल्ली के नजफ़गढ़ का। ओल्ड दिल्ली में सतपाल यदाव अपनी पत्नी अनीता, बेटी सिया और बेटे आदित्य के साथ रहते थे। दोनों पति-पत्नी सरकारी स्कूल में टीचर हैं। बेटा आदित्य मणिपाल में एमबीबीएस में सेकंड इयर में है। आदित्य को हॉर्मोनल बीमारी एक होमोनल बीमारी है जिसका इलाज वो जयपुर में एक आयुर्वेदिक अस्पताल में करवा रहा था। संडे को अनीता और बेटो ने सतपाल से बेटे को देखकर को देखने के लिए द्बारा जयपुर भेज दिया। घर पर मां बेटी अकेले थे। सिया अभी क्लास में ही पढ़ती थी।
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