नोटबंदी के मुद्दे पर हर कोई पीएम को घेरने में लगा है। संसद में भी मोदी से इस फैसले पर जवाब मांगा जा रहा है कि आपने यह फैसला ऐसे कैसे ले लिया।इससे लोगों को कितनी दिक्कत हो रही है। कितने लोगों की जान जा रही है, कितने लोग अपनी घर की शादी के काम छोड़कर लाइन में लगकर पैसे लेने के लिए पूरे-पूरे दिन खड़े रहे इसका जवाब है आपके पास। इसी फैसले का विरोध भटिंडा में रैली के दौरान हुआ जब एक महिला ने किया पीएम के फैसले का विरोध।
पीएम मोदी 926 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान(एम्स) के शिलान्यास करने के लिए भटिंडा गए थे। जहां उन्होंने रैली में आए लोगों से बात भी की। जब मोदी कैशलैस व्यवस्था से गरीबों को होने वाले फायदे के बारे में बता रहे थे तभी गुरजिंदर कौर नाम की एक महिला चिल्ला पड़ी। उन्होंने कहा, यह सब झूठ है। गुरजिंदर ने एक चिट फंड कंपनी में डेढ़ लाख रुपये लगाए थे और इसमें घोटाले से वह नाराज थीं। तुरंत ही शिरोमणि अकाली दल के समर्थक गुरजिंदर के सामने खड़े हो गए और बैनर लहराने लगे।
उन्होंने ‘पंजाब सरकार जिंदाबाद’ के बैनर लहराए। इसके बाद महिला पुलिसकर्मी महिला को पकड़कर बाहर ले गए। पुलिस ने महिला को मीडिया से बात करने से रोकने के लिए मुंह को हाथ से बंद कर दिया। गुरजिंदर कौर को पुलिस गाड़ी में बैठाकर ले गई और प्रधानमंत्री के जाने के बाद उन्हें रिहा किया गया। भटिंडा की एसएसपी स्वप्न शर्मा ने बताया कि गुरजिंदर चिटफंड कंपनी में पैसा बर्बाद होने से परेशान थी।