पुलिस अधिकारी ने ढोल बजा रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। इससे नाराज ढोल वालों ने ढोल बजाना तो बंद कर दिया लेकिन उनके मंडल के दूसरे साथियों ने विसर्जन का काम भी रोक दिया। श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही थी आखिर डेंगले ने खुद गणपति विसर्जन का काम शुरू कर दिया। इससे नाराज होकर जरी मरी मंडल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधिकारी नितिन के साथ हाथापाई शुरू कर दी। उन्हें तालाब में डुबाने का प्रयत्न भी किया। पूरा मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मंडल के चार कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस पूरी घटना की वीडियो क्लिप सामने आने के बाद यही कहा जा रहा है कि सुरक्षा देने वाली पुलिस ही जब सुरक्षित नहीं है तो दूसरे की क्या बात करें। वैसे हाल के दिनों में पुलिस वालों पर हमले की घटनाओं में महाराष्ट्र में काफी बढ़ोतरी हुई है।