उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIAIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शामली जिले के कैराना से प्रचार शुरू किया। रैली को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि समाजवादी पार्टी में किसी को भी 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों में बहाए गए मुसलमानों के खून की पर्वाह नहीं है।
वहीं ओवैसी ने चुनौती देते हुए कहा, किसी माई के लाल में दम है जो मुझे यूपी आने से रोक सके, यूपी किसी के बाप का नहीं है। ओवैसी ने सपा के चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को न निभाने की बात कही और बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया।
ओवैसी ने आगे कहा, शामली में लूटा जा रहा है, दादरी में मुसलमानों को मार दिया, मुजफ्फरनगर में मां-बहनों का हुआ बलात्कार मगर किसी ने मदद नहीं की। न्होंने क्या किया…? पांच लाख ले लो, 15 लाख ले लो… मुसलमानों के खून की कीमत बस इतनी है। इसलिए इस बार चुनाव में आप अपनी पार्टी को वोट करें।
ओवैसी ने राज्य में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सिर्फ चुनावों के दौरान ही अल्पसंख्यकों के अधिकारों की वकालत करते हैं। सभी दलों ने उत्तर प्रदेश में अल्संख्यकों, पिछड़ा वर्ग और वंचित तबके के महज वोट बैंक के रूप में देखा है। सपा पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, एक पार्टी जो खुद अपने परिवार से लड़ रही है, हमसे कैसे लड़ सकती है? उन्होंने कहा, मुलायम सिंह के नेतृत्व वाली पार्टी एआईएमआईएम को प्रदेश में नहीं चाहती है, जबकि हम अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दे उठा रहे हैं, और सपा उन्हें सिर्फ वोटबैंक के रूप में देख रही है।
ओवैसी ने आगे टिप्पणी करते हुए कहा, पार्टियां अल्पसंख्यकों के दिलों में भाजपा लहर का डर बैठाकर वोट पाना चाहती हैं। ओवैसी ने सवाल किया, पार्टियां विभिन्न तरीकों से अल्पसंख्यकों का विश्वास और वोट पाना चाहती हैं। लेकिन क्या वे अल्पसंख्यकों की बेहतरी की ओर जा रही हैं? ओवैसी ने लोगों ने कहा कि वह एआईएमआईएम को वोट दें और अपनी आवाज सुनाएं।