
” उन्होंने कहा कि बीजेपी लाशों के ढेर पर राजनीति करना सीखी है। विकास व योजना से उससे कोई लेना देना नहीं। आजम ने कहा, “जब बजट पेश हुआ तो लोग खुश हुए की 50 करोड़ रुपये के व्यापार पर एक वर्ष का पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। लेकिन जब लोगों ने यह सुना कि 15 प्रतिशत का सर चार्ज भी लगा दिया गया है। तो लोग समझ गए कि बीजेपी निजी स्वार्थ में जी रही है।”
उन्होंने कहा, “हमारे यहां मंदिर मस्जिद का कोई फर्क नहीं सब अपने हिसाब से एबादत में खुश है। लेकिन बीजेपी फर्क दिखा कर बांटने की मंशा रखती है। वतन की फिक्र करो, बीजेपी नफरत की बीज बोना चाहती है। ईद और दिवाली में फर्क करना चाहती है। इसे रोकना होगा।” उन्होंने कहा, “मोदी जी कहते हैं कि सपा सरकार में कब्रिस्तान की बाउंड्री बनी, लेकिन श्मसान के लिए कुछ नहीं किया।
जबकि 236 करोड़ रुपये कब्रिस्तान पर तो 426 करोड़ रुपये श्मशान के लिए दिया। लेकिन मोदी जी को लगता है, मुर्दो से भी झगड़ा है।” नगर विकास मंत्री ने बसपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “मायावती जी ने सौ मुसलमान खड़े किए हैं। उनका मकसद यह है कि मुसलमान का वोट बंट जाए और बीजेपी की सरकार बन जाए।” उन्होंने अखिलेश व मुलायम सिंह यादव की भी बात की। आजम ने कहा, “बाप बेटे की बीच मैं पुल का काम करता हूं। सपा भी बच गई साईकल भी बच गई और बाप बेटे के रिश्ते भी।”